क्या आप अपना घर किराये पर दे रहे हो ? या देना चाहते हो ? | घर किराये पर देने के लिए क्या क़ानूनी प्रक्रिया है | पुलिस वेरिफिकेशन जरुरी है ?
पहली बार घर किराए पर देते समय / या अगर आपने घर किराये पर दिया हुआ है तो ?
अगर आप पहली बार घर किराए पर दे रहे हैं या आपने पहलेसेही अपना घर किराये पर दे रखा है ?, तो आपको प्रॉपर्टी किराए पर देने की पूरी प्रक्रिया को समझने की जरूरत है। साथ ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आप को आज हम हमारे House Rent and its Laws इस टॉपिक में घर किराया /किरायेदार और उस के सरकारी नियम इसके बारे में विस्तार से जानकारी देंगे | कृपया आप हमारे साथ अंत तक बने रहे |
देखिये आपके पास अपनी संपत्ति है और आवासीय संपत्ति के मालिक होने के कई फायदे हैं। इसके बारे में आप बखूबी जानते है | मकान मालिकों को एक निश्चित राशि की नियमित मासिक आय सीधे शब्दों में हर महीने का किराया दस से छह कोई नौकरी करने के बिना मिलती है | लेकिन यह बहुत सारी जिम्मेदारियों के साथ आती है, घर किराए पर देना आसान लगता है, पर यह कोई आसान काम नहीं है। क्योंकि एक घर बनाने वाले को एक फ्लैट या घर किराए पर लेने के कानूनी पहलुओं को जानने की जरूरत होती है।
रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी किराए पर लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
अगर आप पहली बार अपना घर किराए पर दे रहे हैं, तो आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है। घबराये नहीं , सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करने और भविष्य में किसी भी परेशानी से खुद को बचाने के लिए नीचे दी गई चीजों की एक सूची बनाएं, सभी क़ानूनी प्रक्रियाये पूरी कर ले और आप फ्री |
दस्तावेजों की व्यवस्था | Arrangement of Documents
कुछ मुद्दे हम आपके सामने रख रहे है कृपया उन पर गौर करे |
• संपत्ति को किराए पर देते समय दस्तावेजों का एक सेट तैयार करें। सुनिश्चित करें कि इसमें सभी लेनदेन दस्तावेज शामिल हैं।
शीर्षक दस्तावेज | Title document
Title document या जिसे हम शीर्षक दस्तावेज दस्तावेज के नाम से भी जानते है वह संपत्ति को किराए पर देने वाला व्यक्ति संपत्ति का वास्तविक मालिक होता है। इसका प्रमाण यह दस्तावेज है।
शेयर सर्टिफिकेट | Share Certificate
इस सर्टिफिकेट में यह उल्लेख होता है कि किराए की संपत्ति किसी कॉलोनी का हिस्सा है या किसी सहकारी समिति का।
बिजली बिल | Electricity bill
किराए के मकान का बिजली बिल मालिक के नाम होना चाहिए।
अनापत्ति प्रमाण पत्र | No Objection Certificate
यह दस्तावेज किराए/पट्टे के लिए मालिक द्वारा निर्धारित शर्तों को बताता है |
किरायेदार पृष्ठभूमि सत्यापन | Tenant Background Verification
घर किराए पर देने से पहले, संभावित किरायेदार की पृष्ठभूमि की जांच करना महत्वपूर्ण है। किरायेदार के गांव, परिवार और वित्तीय स्थिति की जांच करना जरूरी है।
आजकल वैसे, संभावित किरायेदार की पृष्ठभूमि की जांच करना आम बात हो गई है। अगर आप भी अपने किरायेदार से पुलिस वेरिफिकेशन ले चुके है तो आप भी खुद को सेफ फिल करवा सकते है | इस अभ्यास के साथ, जमींदार न केवल अपने किराये की जमा की गयी राशि को सुरक्षित करते हैं, बल्कि अपने किरायेदारों के इतिहास का पता लगाने में भी सक्षम होते हैं।
किसी किरायेदार की पृष्ठभूमि की जाँच करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और प्रत्येक मकान मालिक और किराये की फर्म को इसकी आवश्यकता होती ही है।
यदि आप एक भारतीय नागरिक हैं जो बिक्री या किराए के घर के मालिक हैं, या एक स्थापित मकान मालिक हैं जो एक विश्वसनीय पृष्ठभूमि की जांच करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो चिंता न करें क्योंकि पुलिस द्वारा Tenant Background Verification आपकी सहायता के लिए बनाया गया हैं!
पुलिस सत्यापन | Police Verification – House Rent and its Laws
भारतीय दंड संहिता की धारा 188 में कहा गया है कि संभावित किरायेदारों का पुलिस सत्यापन नहीं करने पर एक महीने की कैद या जुर्माना के रूप में एक निश्चित राशि का भुगतान किया जा सकता है। यह अब एक जनादेश है।
कई किरायेदार पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन मकान मालिक के लिए किरायेदार का सत्यापन करना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी को मकान किराए पर देने का फैसला करते हैं तो नजदीकी पुलिस थाने में जाकर उसका सत्यापन कराएं। यह पुलिस सत्यापन भविष्य में कानूनी समस्याओं के मामले में या यदि किरायेदार किसी भी प्रकार की अवैध या आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो यह बहुत उपयोगी है।
Local Police Station में Police Verification करने के लिए फॉर्मेट दिया जा रहा है कृपया इसे डाउनलोड करे और भर कर आप अपने पास रख ले | इसके पश्चात् आपको ऑनलाइन जाकर यही जानकारी पुलिस की आधिकारिक वेबसाईट पर दर्ज करनी होगी , इसका विशेष रूप से ध्यान रखे |
Police Verification Format – Download Here
Police Verification Online – Official Website
बाजार दर के अनुसार किराया
मकान का किराया तय करने से पहले मकान मालिक के लिए यह जरूरी है कि वह बाजार में प्रचलित किराए की दर की जांच कर ले। यदि आप बाजार दर से अधिक दर पर किराया प्राप्त करने की अपेक्षा करते हैं तो किरायेदार प्राप्त करना कठिन हो जाता है।
हालांकि, यदि आप बाजार दर से अधिक किराए की मांग करना चाहते हैं, तो उन्हें घर में फर्नीचर आदि जैसी अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करके उन्हें समझाने का प्रयास करें कि उच्च किराया कैसे उचित है।
आपकी सुरक्षा की दृष्टी से बनाया गया आज का टॉपिक House Rent and its Laws आशा करते है आपको पसंद आया होगा |